फ्राँस के लोगों को अपने सभ्यता पर बड़ा ही गर्व है और शायद यह बात हिटलर को पता था। यह तस्वीर सन् 1940 की है जब राजधानी पेरिस में नाज़ियों के प्रवेश को देख आम नागरिको के आँखों से आँसू छलक आए थे.
रविवार, 2 सितंबर 2007
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